Friday 8 September 2017

जौनपुर का शाही किला


जौनपुर एक खोज भाग 1


दीवारें भी कुछ कहती हैं



                                             जौनपुर के बारे मे तीन चीजें मशहूर हैं 





                                                      "इश्क, इत्र, और इमरती "





                             पर इनके अलांवा जो मशहूर है वो है यहाँ की भवन निर्माण शैली 







तो आइये पढते हैं यहाँ के शाही किले का हाल 

शाही किले की ये दीवारें सहसा ही अपने बीते हुये कल की याद दिला जाती हैं।
कितने ही मौसम बदले, नये लोग आये पुराने गये, पर ये अपने स्थान पर अडिग होकर अपनी शौर्य गाथा का गान कर रही है।






बलुये पत्थर को तराश कर जब कारीगर ने बनाया होगा तब उसे भी शायद ही एेसा लगा होगा की भविष्य मे इस अद्भत कारीगरी को समझने मे लोग कई साल लगा देंगे। तब उन बेचारों को क्या पता होगा कि उनके इस निर्माण पर लोग पि.एच.डी करेंगे और उनके सरल कला का बड़का भारी कर के प्रस्तुत करेंगे। उनको क्या पता था की बड़ा बड़ा शब्द उनके निर्माण को दिया जायेगा। यह भी उसको शायद ही पता होगा की ये शानदार किला ज्यादातर लोगो के लिये मात्र घूमने की जगह रह जायेगा व अपनी प्रेमिका को यहाँ पर ला कर कुछ खुशनुमा पल गुजारने का स्थान मात्र रह जायेगा।  

कभी उस झरोखे मे खड़े होकर यहाँ का शासक जामा मस्जिद का दीदार करता होगा पर आज  बंटी अपनी बबली की याद में उसी झरोखें मे दुद्धी से आई लव यू बबली की तकसीदे लिख रहा है। इस किले की हर पत्थर कुछ ना कुछ कहानी बयां करती है। चुनार की पहाड़ियों से जब पत्थरों को यहाँ लाया जा रहा होगा तो किसी को पता नही होगा की कौन से पत्थर का कौन सा टुकड़ा कहाँ लगेगा।

 सच है दीवार बात करती हैं बस आपकी नजर दिमाग और दिल ईन्हे सुने। किले की इन मिनारों ने कितने ही युद्ध का सामना किया है पर आज भी जिस दृढता के साथ ये अडिग बनी है। इसकी मजबूत नीव व कारीगरी का शानदार नमूना पेश करती हैं। सच है शाही किला अपने शौर्य की गाथा अनिश्चित काल तक गाती रहे यही कामना है मेरी।  कई वंशो के सुल्तानो ने इस भव्य किले को सजाया संवारा। लोदियों द्वार ध्वंसित होने के बाद अकबर जैसे बादशाह ने इसका जिर्णोध्धार कराया यही नही गोमती के दूसरे किनारे को जोड़ने हेतु शाही पुल (अकबरी पुल) का निर्माण भी कराया।  जौनपुर के बारे मे विदेश से आये घुमक्कड़ों ने बड़ी प्रशंसनीय वाक्यों को लिखा, रडयार्ड किपलिंग ने यहाँ पर कविता का भी लेखन किया, विश्व के महान चित्रकार डेनियल्स ने यहाँ के इमारतों पर चित्र भी बनाये पर आज यह शहर मरने की ओर अग्रसर है सिर्फ हमारी बचकानी हरकतों की वजह से। 
दुआ करता हूँ की यह शहर फिर से खड़ा हो और अपनी शौर्य गाथा गाये।  

No comments:

Post a Comment

Featured post

Military administration in ancient India

{Military system in Epic and Purana}  Every nation has its earliest history,- a history of its hard struggle with nature and host...